उत्तर प्रदेश सरकार मातृ एवं शिशु कल्याण कार्यक्रमों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशुओं को दे रही है स्वास्थ्य सुरक्षा
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By Admin
Published - 11 June 2025 10 views
सार्थक संवाददाता उन्नाव
बुधवार भारत सरकार के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए स्थानीय स्तर पर पूरी स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करने की व्यवस्था की है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में सबको स्वास्थ्य सेवा सम्बन्धी पूरी सुविधा दी है। आम जनता को सभी रोगों के इलाज की सुविधा दी जा रही है। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना एवं मुख्यमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश के गरीब परिवारों के सदस्यों को रू० 5 लाख तक की मुफ्त इलाज की सुविधा दी जा रही है। प्रदेश सरकार गांवों तथा शहरों की गर्भवती महिलाओं एवं शिशुओं की देख-रेख एवं स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान कर रही है। जननी सुरक्षा योजना राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत प्रदेश के समस्त जनपदों में संचालित की जा रही है। इस योजना के अन्तर्गत राज्य स्तरीय राजकीय चिकित्सालय के जनरल वार्ड में संस्थागत प्रसव कराने वाली महिलाओं को ग्रामीण क्षेत्र में रू० 1400.00 व शहरी क्षेत्र में रू० 1000.00 एवं बी०पी०एल० श्रेणी के घरेलू प्रसव हेतु रू० 500.00 सहायता राशि के रूप में दिये जाते हैं। आशा कार्यकर्ती पंजीकरण से लेकर प्रसव पूर्व, प्रसव कालीन व प्रसवोत्तर सभी सेवायें उपलब्ध करवाती है। आशा को इस कार्य हेतु ग्रामीण क्षेत्र में कुल रू0 600.00 एवं शहरी क्षेत्र में कुल रू० 400.00 दिये जाते हैं। वर्तमान सरकार के 08 वर्ष के कार्यकाल में लगभग दो करोड़ महिलाओं को लाभान्वित किया गया है।जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम प्रदेश के समस्त जनपदों में लागू है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रसव हेतु आने वाली गर्भवती महिलाओ को ळनंतंदजममक ब्ंेीसमेे क्मसपअमतल सेवा प्रदान करना है इस योजना के अन्तर्गत सभी गर्भवती महिलाओं एवं प्रसूताओं को समस्त औषधियां एवं जॉच-ब्लड, यूरिन, अल्ट्रासोनोग्राफी आदि स्वास्थ्य सेवायें निःशुल्क प्रदान की जा रही है। साथ ही सभी गर्भवती महिलाओं एवं प्रसूताओं (सामान्य एवं सिजेरियन प्रसव) को चिकित्सालय में भर्ती रहने के दौरान निःशुल्क भोजन प्रदान किया जा रहा है। निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराने हेतु प्रति लाभार्थी रु० 150 प्रति दिन की अधिकतम दर तक धनराशि व्यय की जा सकती है, जिसमें सुबह का नाश्ता एवं दो समय का भोजन सम्मिलित होता है। गर्भवती महिला को प्रसव पूर्व घर से चिकित्सा इकाई तक एवं प्रसवोपरान्त चिकित्सा इकाई से घर तक निःशुल्क एम्बुलेन्स 102 के माध्यम से पहुँचाया जा रहा है। प्रसवों के उपरान्त मां की 42 दिन तक और बच्चे की एक वर्ष तक पूरी देखभाल / टीकाकरण/बीमार होने पर निःशुल्क चिकित्सा व्यवस्था, घर से चिकित्सा इकाई तक एवं चिकित्सा इकाई से घर तक एवं चिकित्सा इकाई से अन्य चिकित्सा इकाई तक पहुंचाने की निःशुल्क सुविधा एम्बुलेंस 102 के माध्यम से दी जा रही है। इस योजनान्तर्गत प्रदेश में करोड़ों महिलाओं को भोजन, गर्भवती महिलाओं की जाँच एवं उनका उपचार किया गया है।
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